रिंकू सिंह का संघर्ष
"यह संक्षिप्त बायोग्राफी,,रिंकू सिंह द्वारा दिए गए,,एक साक्षात्कार के आधार पर लिखी गई है,,इसमें किसी भी तरह की मिलावटी या भ्रमित करने वाले तथ्य नहीं है"!
इतिहास बनाने के लिए संघर्ष काफी नहीं है,,,कारनामे करके दिखाने पड़ते हैं,,,क्रिकेट की दुनिया में एक ऐसे ही काम को अंजाम दिया है,,,,रिंकू सिंह ने
जो क्रिकेट के इतिहास में किसी चमत्कार से कम नहीं है,,,आखिर कौन है,,रिंकू सिंह"? जिनकी तुलना दुनिया के सबसे बेस्ट फिनिशर,,,महेंद्र सिंह धोनी से की जा रही है तो कोई उन्हें सिक्स किंग,,,रिंकू सिंह कह रहा है
आज मैं,,,,आपको बताऊंगा,,,रिंकू सिंह की वह अनसुनी,,,अनकही कहानी,,,जिसे कभी किसी ने नहीं सुना
रिंकू सिंह का जन्म अलीगढ़ के एक साधारण गरीब परिवार में हुआ था,,,रिंकू सिंह के पिता, खान चंद्र गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे और उनके परिवार की माली हालत बहुत खराब थी,,,गरीबी इंसान की वह कमजोरी है,,,जो उसे कुछ भी करने के लिए मजबूर कर देती है,,,ऐसा ही कुछ,,,रिंकू सिंह के साथ भी हुआ,,,तपती धूप में इंट के भट्टो पर मजदूरी की,,,भाई की सिफारिश पर सफाई कर्मी की नौकरी मिली,,,रिंकू ने अपने परिवार की मदद के लिए,,,पोछा लगाया,,,सफाई की पर रिंकू यह बहुत अच्छी तरह जानते थे कि वह सिर्फ क्रिकेट के लिए बने हैं और क्रिकेट उनके लिए बना है
स्कूल के टूर्नामेंट में रिंकू सिंह की टीम फाइनल में हार गई पर रिंकू सिंह अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के कारण,,,मैन ऑफ द मैच चुने गए और उन्हें इनाम में बाइक दी गई,,,रिंकू ने वह बाइक,,,अपने पिता को दे दी,,,रिंकू के पिता खान चंद्र,,,अपने बेटे के क्रिकेट के खिलाफ थे पर अब उन्हें भी लगने लगा कि उनका बेटा,,,क्रिकेट में कोई कमाल कर सकता है,,,पिता का समर्थन मिलने के बाद,,,रिंकू ने जी जान से मेहनत की और अपने दमदार प्रदर्शन के दम पर चयनकर्ताओं को आकर्षित किया
16 साल की उम्र में रिंकू सिंह ने उत्तर प्रदेश के लिए खेलते हुए,,,लिस्ट ए क्रिकेट मैच में प्रभावशाली प्रदर्शन किया,,,रिंकू ने अपने डेब्यू मैच में 83 रन बनाएं,,,फिर वह रणजी ट्रॉफी के लिए चुने गये और उन्होंने अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण पारिया खेली....
क्यों निराश है जिंदगी की साजिशों से कुछ तो बात है तुझ में जो तुझे इंसान बनाया है
और आखिर वह दिन भी आ गया,,,जिसका इंतजार,,,रिंकू सिंह और उसकी पूरी फैमिली को बेसब्री से था,,,किंग्स इलेवन पंजाब ने रिंकू सिंह को 10 लाख रुपए में खरीदा पर खेलने का मौका नहीं मिला,,रिंकू मैदान में अपने सीनियर खिलाड़ी को पानी पिलाते नजर आए
2018 रणजी ट्रॉफी के एक मैच में रिंकू ने धमाकेदार प्रदर्शन किया और त्रिपुरा के खिलाफ मात्र 44 गेंद पर नाबाद,,91 रन बनाये,,,यह सीजन,,रिंकू के लिए मिल का पत्थर साबित हुआ,,,इस सीजन में रिंकू ने लगभग 106 के औसत से चार शतक और तीन अर्धशतक की मदद से 10 माचो में 953 रन बनाएं
आईपीएल के दसवें सीजन में कोलकाता ने रिंकू को 80 लाख में खरीदा और तब से रिंकू सिंह कोलकाता के लिए खेल रहे हैं पर रिंकू सिंह एक गुमनाम नाम था
9 अप्रैल 2023 को वह शाम आई,,,जिसने रिंकू सिंह के लिए,,, चांदनी की शोहरत लुटा दी,,इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए गुजरात टाइटन ने 204 रन बनाए और कोलकाता को 205 रनो का बड़ा लक्ष्य दिया
लक्ष्य का पीछा करते हुए कोलकाता की शुरुआत अच्छी नहीं रही, ,,20 रन पर पहला विकेट गिरा और महज 28 रन पर दूसरा विकेट भी गिर चुका था,,,कोलकाता बेकसूर पर आ चुकी थी और कोलकाता के फैंस में निराशा छा गई थी,,,फिर वेंकटेश अय्यर और कार्यवाहक कप्तान नितीश राणा ने कोलकाता की पारी को संभाला और स्कोर 100 रन के बाहर पहुंचाया,,,,रन रेट 12 के लगभग हो गया था,,,128 के स्कोर पर नितीश राणा आउट हुए,,,,
तब कोलकाता ने रिंकू पर भरोसा जताया और उन्हें आन्द्रे रसेल और सुनील नरेंद्र जैसे दिग्गज खिलाड़ी के पहले भेजा,,,रिंकू ने आते ही ताबड़तोड़ शार्ट खेले और बाल को बाउंड्री बाहर पहुंचाने लगे,,,पर एक छोर पर लगातार,,,विकेट गिर रहे थे और दूसरी छोर पर रिंकू डटकर खड़े हुए थे,,,,रिंकू जीत की महक का एहसास कोलकाता नाइट राइडर्स के फेंस को करा रहे थे,,,पर रन रेट 30 के करीब था,,,
क्रिकेट के पंडितों ने और क्रिकेट के विशेषज्ञों ने कोलकाता की हार की घोषणा कर दी थी एक ओवर में 29 रन चाहिए थे,,,मतलब हर गेंद पर पांच रन,,,कोलकाता के फैंस निराश बैठे थे,,,क्योंकि एक ओवर में 29 रन बनाना,,,किसी चमत्कार से कम नहीं था पर रिंकू जानते थे,,,वह इस चमत्कार कर सकते हैं और रिंकू ने यश दयाल की पांच गेंदो पर लगातार,,,पांच छक्के लगाकर,,,अपनी टीम को जीत दिलाई
और फिर क्रिकेट जगत में रिंकू सिंह के नाम की ऐसी हवा चली,,,जिसकी महक ने हर क्रिकेट प्रेमी के दिल पर रिंकू सिंह ने अपनी पहचान की छाप छोड़ दी,,,
रिंकू सिंह की मां,,,कहती थी,,,बेटा,,,आईपीएल तो खेल रहे हो,,,अपने देश के लिए भी खेलो और अपने देश को भी जीताओ
फिर रिंकू सिंह अपने दमदार,,,प्रदर्शन के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम में पदार्पण किया,,,अंतरराष्ट्रीय T20 में डेब्य के पहले मैच में उन्हें बैटिंग नहीं मिली फिर दूसरे मैच में रिंकू सिंह ने 21 गेंद पर तीन छक्के और दो चोको की मदद से 38 रन बनाएं और मैन ऑफ द मैच रहे
इस तरह रिंकू ने अपने देश को जीता कर,,,अपनी मां का सपना पूरा किया,,,,
इस जूनूनी खिलाड़ी ने बहुत जान है,,, रिंकू सिंह,,,बहुत आगे तक जाएंगे और हम,,,फिर जल्द रिंकू सिंह की किसी,,,चमत्कारी पारी पर वीडियो बनाएंगे,,,इसी आशा के साथ,,,आप सबका,,,धन्यवाद
Mohammed urooj khan
15-Apr-2024 11:59 PM
👌🏾👌🏾👌🏾
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kashish
11-Apr-2024 08:56 AM
Awesome
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Varsha_Upadhyay
10-Apr-2024 11:32 PM
Nice
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